तुझ से मिलने की ही दिल में आस है
तेरे बग़ैर न बुझेगी मेरी यह प्यास है।
तेरे पास तो आबे हयात है मेरे साक़ी
ज़िंदगी मेरी ही मिटटी का गिलास है।
इसे यूँ भी कहने की कोशिश की है ;
तेरा जलवा बड़ा ही बेमिसाल है
इश्क़ मेरा भी हसरते क़माल है।
साक़ी तेरे पास तो आबे हयात है
ज़िंदगी मेरी ही ज़ामे सफ़ाल है।
ज़ामे सफ़ाल - मिटटी का बर्तन
तेरे बग़ैर न बुझेगी मेरी यह प्यास है।
तेरे पास तो आबे हयात है मेरे साक़ी
ज़िंदगी मेरी ही मिटटी का गिलास है।
इसे यूँ भी कहने की कोशिश की है ;
तेरा जलवा बड़ा ही बेमिसाल है
इश्क़ मेरा भी हसरते क़माल है।
साक़ी तेरे पास तो आबे हयात है
ज़िंदगी मेरी ही ज़ामे सफ़ाल है।
ज़ामे सफ़ाल - मिटटी का बर्तन
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