अब किसी बात का मलाल नहीं होता
अब हाल भी अपना बेहाल नहीं होता।
वक़्त के साथ चलने लगे जब से हम
अब दिल में कोई बवाल नहीं होता।
ख़ंज़र चाहे कितने भी चला करें चले
अब दिल अपना ये हलाल नहीं होता।
चर्चे पूरे चाँद के तो हर इक ज़ुबाँ पे हैं
चाँद चौदहवीं भी बेमिसाल नहीं होता।
तेरा भी भरा है ज़ाम मेरा भी भरा है
बस मुझसे ही अब क़माल नहीं होता।
ज़िंदगी भी साथ छोड़ देगी एक दिन
अब उससे भी कोई सवाल नहीं होता।
लौ लग गई अब जब ख़ुदा से अपनी
अब रख रखाव का ख़याल नहीं होता।
अब हाल भी अपना बेहाल नहीं होता।
वक़्त के साथ चलने लगे जब से हम
अब दिल में कोई बवाल नहीं होता।
ख़ंज़र चाहे कितने भी चला करें चले
अब दिल अपना ये हलाल नहीं होता।
चर्चे पूरे चाँद के तो हर इक ज़ुबाँ पे हैं
चाँद चौदहवीं भी बेमिसाल नहीं होता।
तेरा भी भरा है ज़ाम मेरा भी भरा है
बस मुझसे ही अब क़माल नहीं होता।
ज़िंदगी भी साथ छोड़ देगी एक दिन
अब उससे भी कोई सवाल नहीं होता।
लौ लग गई अब जब ख़ुदा से अपनी
अब रख रखाव का ख़याल नहीं होता।
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