वह तो एक ही है जो मालिक़े जहान है
हमने बनाया उसे हिन्दू मुसलमान है।
अपनी पहचान बनाने के लिए हमने
उसे नाम दिया गॉड ख़ुदा भगवान है।
मंदिर मस्ज़िद गुरुद्वारा गिरजाघर
बनाया उसका अलग अलग मक़ान है।
आ मिलकर चार दिन रह ले हम यहाँ
मैं भी यहां तू भी तो यहां मेहमान है।
जो कुछ हूँ मैं तो बदौलत उसी की हूँ
वो ज़मीन है मेरा वही तो आसमान है।
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