चाँद तो क्या एक सितारा न बन सका
उसने जो भी बनना चाहा न बन सका।
तराश दिया जौहरी ने इतना उस को
पत्थर ही रह गया वो हीरा न बन सका।
बेवफ़ा तो बन गया मैं उस के कहने से
वफ़ा का फिर सिलसिला न बन सका।
तस्वीर तो बसा ली थी दिल में उस की
रूह का ही उसकी ठिकाना न बन सका।
तरीक़े तो बहुत थे ख़ुदकुशी करने के
ज़हां छोड़ जाने का इरादा न बन सका।
तन्हां ही रहा हूँ रातों में ,मैं तो अक्सर
चाँद की तरह से तेरा आना न बन सका।
चला तो आया मैं तेरे मैख़ाने में साक़ी
तेरी तलब का ही पैमाना न बन सका।
उसने जो भी बनना चाहा न बन सका।
तराश दिया जौहरी ने इतना उस को
पत्थर ही रह गया वो हीरा न बन सका।
बेवफ़ा तो बन गया मैं उस के कहने से
वफ़ा का फिर सिलसिला न बन सका।
तस्वीर तो बसा ली थी दिल में उस की
रूह का ही उसकी ठिकाना न बन सका।
तरीक़े तो बहुत थे ख़ुदकुशी करने के
ज़हां छोड़ जाने का इरादा न बन सका।
तन्हां ही रहा हूँ रातों में ,मैं तो अक्सर
चाँद की तरह से तेरा आना न बन सका।
चला तो आया मैं तेरे मैख़ाने में साक़ी
तेरी तलब का ही पैमाना न बन सका।
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