Thursday, May 16, 2013

मेरे ख्यालों में ख्याल तेरे आने लगे
मेरे ख्वाबों को आकर सजाने लगे !
आस पास गूँज उठे नगमें मुहब्बत के
होंठ मेरे प्यार भरे गीत गाने लगे !
तेरे इंतज़ार की बेक़रारी बढ़ गई
समन्दर में दुआ के तूफ़ान आने लगे !
तमाम रात हवाएं सर्द चलती रही
सुबह उजाले शहर को जगाने लगे !
जाने किस हाल में हैं, कैसे होंगे वो
दिल को हम अपने यूं समझाने लगे !
पोंछ डाला , हमने भी रंग रात का
तेरे आने की शर्त फिर लगाने लगे !
सारा दिन खुशबु तेरी साथ साथ रही
रात होते ही चाँद को फिर बुलाने लगे !

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