रख्ते सफर लेके चलना मुश्क़िल हो गया
चलते चलते पाँव भी तो घायल हो गया।
कच्ची उम्र में ही सपने देख लिए इतने
दिल ज़ल्दी ही इश्क़ के क़ाबिल हो गया।
उठा दिया नक़ाबे हुस्न एकदम से उसने
दिल देखते ही उसका क़ायल हो गया।
इस तरह से दीवाना हुआ दिल उस का
पऊंचा थाम उनका लबे साहिल हो गया।
बे दादे इश्क़ से नहीं डरता यह दिल अब
दिल अब हर तरह से क़ामिल हो गया।
रख्ते सफर - सफर का सामान
लबे साहिल -किनारे पर
बे दादे इश्क़ -इश्क़ की कठिनाइयां
क़ामिल -सफल ,पूर्ण
चलते चलते पाँव भी तो घायल हो गया।
कच्ची उम्र में ही सपने देख लिए इतने
दिल ज़ल्दी ही इश्क़ के क़ाबिल हो गया।
उठा दिया नक़ाबे हुस्न एकदम से उसने
दिल देखते ही उसका क़ायल हो गया।
इस तरह से दीवाना हुआ दिल उस का
पऊंचा थाम उनका लबे साहिल हो गया।
बे दादे इश्क़ से नहीं डरता यह दिल अब
दिल अब हर तरह से क़ामिल हो गया।
रख्ते सफर - सफर का सामान
लबे साहिल -किनारे पर
बे दादे इश्क़ -इश्क़ की कठिनाइयां
क़ामिल -सफल ,पूर्ण
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