कहावत है कि नाम में क्या रखा है
पर कुछ लोगों के लिए तो नाम में ही सब कुछ रखा है।
उसने अपने बेटों के नाम तूफ़ान और भूचाल सिंह रखा है
बेटी का नाम सुनामी रखा है।
उसे यक़ीन है कि तूफ़ान ,भूचाल सुनामी
कभी आ भी गए तो उसे डर नहीं लगेगा
क्योंकि ये सब तो उसके हैं उसे नुक्सान नहीं पहुंचाएंगे।
प्रकृति प्रेमी सूरज प्रकाश उनकी पत्नी संध्या ने
अपने बेटों के नाम मानसून, बादल और बिटिया के
नाम वर्षा और रिमझिम रखा है। उनका कहना है
कि उन्हें सूखे का अहसास नहीं होता।
पर्वत सिंह ने अपनी बिटिया का नाम आइस बर्फ़ रखा है
उन्हें जून के महीने में भी ठंड का अहसास बना रहता है।
गरीबी से जूझने के लिए , समाज में अपना दर्ज़ा बनाने को
गरीब दलित मिठाई लाल ने अपने बेटों के नाम
मुलायम सिंह,राज नाथ सिंह ,कल्याण सिंह, बाल ठाकरे
मन मोहन सिंह और बिटिया का नाम जय ललिता रख दिया।
मिठाई लाल को गर्व है कि सब के सब एक ही छत के नीचे
बड़े ही मेल मिलाप से रहते हैं आपस में झगतड़े भी नहीं
सब उसके कहने में हैं।
यह उसकी संतुष्टि है या सनक यह तो पता नहीं
पर वह अब मिठाई लाल के नाम से नहीं जाना जाता
राज नेताओं के बाप के नाम से मशहूर है
उनका घर भी राज नेताओं के नाम से जाना जाता है।
पर कुछ लोगों के लिए तो नाम में ही सब कुछ रखा है।
उसने अपने बेटों के नाम तूफ़ान और भूचाल सिंह रखा है
बेटी का नाम सुनामी रखा है।
उसे यक़ीन है कि तूफ़ान ,भूचाल सुनामी
कभी आ भी गए तो उसे डर नहीं लगेगा
क्योंकि ये सब तो उसके हैं उसे नुक्सान नहीं पहुंचाएंगे।
प्रकृति प्रेमी सूरज प्रकाश उनकी पत्नी संध्या ने
अपने बेटों के नाम मानसून, बादल और बिटिया के
नाम वर्षा और रिमझिम रखा है। उनका कहना है
कि उन्हें सूखे का अहसास नहीं होता।
पर्वत सिंह ने अपनी बिटिया का नाम आइस बर्फ़ रखा है
उन्हें जून के महीने में भी ठंड का अहसास बना रहता है।
गरीबी से जूझने के लिए , समाज में अपना दर्ज़ा बनाने को
गरीब दलित मिठाई लाल ने अपने बेटों के नाम
मुलायम सिंह,राज नाथ सिंह ,कल्याण सिंह, बाल ठाकरे
मन मोहन सिंह और बिटिया का नाम जय ललिता रख दिया।
मिठाई लाल को गर्व है कि सब के सब एक ही छत के नीचे
बड़े ही मेल मिलाप से रहते हैं आपस में झगतड़े भी नहीं
सब उसके कहने में हैं।
यह उसकी संतुष्टि है या सनक यह तो पता नहीं
पर वह अब मिठाई लाल के नाम से नहीं जाना जाता
राज नेताओं के बाप के नाम से मशहूर है
उनका घर भी राज नेताओं के नाम से जाना जाता है।
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