उसकी खुशी में खुशी अपनी देखी थी
आज खुशियों की फुलझड़ी देखी थी
आज खुशियों की फुलझड़ी देखी थी
पहली बार आज हमें मजा आया था
पहली मरतबा हमने जिंदगी देखी थी
पहली मरतबा हमने जिंदगी देखी थी
आज फूल ने खूशबू महसूस की थी
आज चांद ने अपनी चांदनी देखी थी
आज चांद ने अपनी चांदनी देखी थी
गरमी से तपती सुलगती हुई धरती पे
सावन की ठंडी फुहार पड़ी देखी थी
सावन की ठंडी फुहार पड़ी देखी थी
लगा मन की बातें कर लें उनसे आज
होठों पर अजब सी ही चुप्पी देखी थी
होठों पर अजब सी ही चुप्पी देखी थी
चकाचौंध इतनी थी कि न पूछो यारों
अंधेरे मे चिरागों की बस्ती देखी थी
अंधेरे मे चिरागों की बस्ती देखी थी
उसको देख तबियत न भरी देखकर
खुशियां आपस मे यूं जुड़ी देखी थी
खुशियां आपस मे यूं जुड़ी देखी थी
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