तुम्हारी बातों पर सब निहाल हो गये
दिल से फकीर थे मालामाल हो गये।
तुम्हे देख कर ये ख्याल है आया
तुमसे मिले हुए सालों साल हो गये।
रिश्ता पुराना है जुनून है नया नया
समय बदला दोनों फिर कमाल हो गये।
पहचान तुममे मुझमे बरकरार है अभी
यह जान कर सब जने बेहाल हो गये।
बुझी नहीं प्यास, बुझाने को प्यास को
समंदर सब के सब ही बेहाल हो गये।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
वाह... बहुत खूब... बस शोंदों का आकार ज़रा सा बढ़ा दें...
ReplyDelete