होली पर तिरोहे
इस बार आऊँगा होली में छुट्टी ले के एक महीने की
खूब खेलेंगे मिलकर हम होली लठमार बरसाने की
ख़बर कुछ इस तरह भेजी थी उसने अपने आने की
इस बार आऊँगा होली में छुट्टी ले के एक महीने की
खूब खेलेंगे मिलकर हम होली लठमार बरसाने की
ख़बर कुछ इस तरह भेजी थी उसने अपने आने की
वो आ जाता तो खेलते होली हम सब बरसाने की
दिल में कमी खल रही थी उसके ही न आने की
उसकी आदत न गई अब तक मुझको तरसाने की
ढोल नगाड़े होली के भी बजकर अब तो शांत हुए
घर आंगन बाट जोह रहे हैं अब भी उसके आने की
कसर न छोड़ी उसने कोई भी मुझको आजमाने की
घर आंगन बाट जोह रहे हैं अब भी उसके आने की
कसर न छोड़ी उसने कोई भी मुझको आजमाने की
डॉ सत्येन्द्र गुप्ता नजीबाबाद जिला बिजनौर
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