होशियार का मतलब फनकार नहींं होता
हर हुनरमंद भी तो कलाकार नहींं होता
हर हुनरमंद भी तो कलाकार नहींं होता
मिला जो आज मुझको हंसकर बोला वो
हर गली कूचे मेंं भी तो बाजार नहींं होता
हर गली कूचे मेंं भी तो बाजार नहींं होता
एक बार ही उसको जरा गौर से देखा था
अक्सर ऐसा भी तो बार बार नहींं होता
अक्सर ऐसा भी तो बार बार नहींं होता
जो दिल मेंं बसा है वह चांद सा लगता है
चांद का भी तो हर रोज दीदार नहींं होता
चांद का भी तो हर रोज दीदार नहींं होता
पुरानी एलबम में एक ही तस्वीर झूठी है
बचपन का वो प्यार क्या प्यार नहींं होता
बचपन का वो प्यार क्या प्यार नहींं होता
तेरी नफरत बनी रहे उम्र भर सदा यूं ही
अब हमसे भी इश्क़ का इजहार नही होता
अब हमसे भी इश्क़ का इजहार नही होता
मालूम हुआ है मुझको तुम्हारी ही जुबानी
मैं अपने फैसले पर शर्मसार नही होता
मैं अपने फैसले पर शर्मसार नही होता
मेरे कमरे का आईना भी नाराज है मुझसे
मैं ऐतबार दिलाऊ उसे ऐतबार नही होता
मैं ऐतबार दिलाऊ उसे ऐतबार नही होता
न ही मंजिल का पता नहीं रस्तों की खबर
ऐसे भी तो सफर पूरा कभी यार नही होता
ऐसे भी तो सफर पूरा कभी यार नही होता
--------- सत्येंद्र गुप्ता