हाले दिल बयां करना हमारी आदत है
पौ में फट जाना रात की आदत है।
परेशानियाँ मेरे लिए कोई नई बात नहीं
परेशानियों में घिरे रहना मेरी आदत है।
बड़े जतनसे उसे बोलना सिखाया था
मेरी हर बात पर बोलना उसकी आदत है।
वक़्त से भी दोस्ती निभाली मैंने अब
जान गया मिटाकर बनाना उसकी आदत है।
ख़ुशी मुझ से बिछड़कर चैन कैसे पा गई
तकदीर को कोसना इंसान की आदत है।
हँसना रोना कौन किसको सीखा पाया है
यह तो फ़ज़ा की रंग बदलती आदत है ।
एक नन्हा सा दिया जलता है तमाम रात
अँधेरे से लड़ते रहना उसकी आदत है ।
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