रेत पर नक्शे क़दम बदलते रहते हैं
नाम रोज़ दिन के बदलते रहते हैं ।
कैसे होगी मोहब्बत की मंजिल तय
वो चलते चलते रस्ते बदलते रहते हैं।
बडे ही मतलबी होते हैं कुछ लोग
हर वक़्त पैंतरे बदलते रहते हैं ।
कहने को यूँ तो हमारे हैं सब
मौसम की तरह से बदलते रहते हैं ।
किसी का होना किसी को खोना पड़ता है
ऊसूल जिन्दगी के बदलते रहते हैं ।
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