जात पात की बातें सारी बेमानी हो जाएँ
दिल से हम सब काश !बलिदानी हो जाएँ ।
नाम के आगे धर्म लिखें न जात कोई अपनी
हिन्दुस्तानी लिखकर सब हिन्दुस्तानी हो जाएँ ।
जो भ्रष्ट हैं बेईमान हैं उनको सजा दिला दें
महल और झोंपड़ी के नाते बेमानी हो जाएँ ।
नारी को सम्मान मिला हो आँख में रहे न आंसू
दुर्बल न रहकर सब झाँसी की रानी हो जाएँ ।
दोबारा लिखें इतिहास परीक्षा फिर से देकर
स्वर्णिम हिंदुस्तान बनाकर सब ज्ञानी हो जाएँ ।
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