Khuch baatein unkahi
Wednesday, May 26, 2010
रौनके मेरे घर आयी
आप आये तो रौनकें मेरे घर आयी
चमन की तमाम बहारें मेरे घर आयी।
हैरान हूँ अपने मुक़द्दर पर मैं आज
खुशियाँ लगके कतारें मेरे घर आयी.
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